आरबीआई के फैसले पर घरेलू शेयर बाजार ने जबरदस्त उत्साह दिखा। सेंसेक्स पहली बार 45,000 के पार चला गया और निफ्टी भी नई ऊंचाई पहुंच गई।
मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा पेश की। इसमें प्रमुख नीतिगत दर रेपो में कोई बदलाव नहीं किया और इसे 4% पर बरकरार रखा। इसके साथ ही आरबीआई ने आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए उदार रुख को कायम रखते हुए कहा है कि कोविड-19 से प्रभावित अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए वह आगे भी नीतिगत दर में कटौती समेत हर संभव कदम उठाएगा। इसके बाद भारतीय शेयर बाजार में उछाल शुरू हो गया। सेंसेक्स पहली बार 45,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार चला गया और निफ्टी भी रिकॉर्ड उंचाई को छुआ।
सुबह 10.44 बजे सेंसेक्स पिछले सत्र से 369.78 अंकों यानी 0.83% की बढ़त के साथ 45,002.43 पर कारोबार कर रहा था जबकि इससे पहले रिकॉर्ड स्तर 45,023.79 तक उछला। निफ्टी बीते सत्र से 107.40 अंकों यानी 0.82 फीसदी की तेजी के साथ 13,241.30 पर बना हुआ था जबकि इससे पहले रिकॉर्ड उंचाई 13,248.25 को छुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र से 33.26 अंकों की तेजी के साथ 44,665.91 पर खुला और आरबीआई के फैसले के बाद रिकॉर्ड स्तर 54,023.79 तक उछला।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी बीते सत्र से 43.50 अंकों की तेजी के साथ 13,177.40 पर खुला और कारोबार के दौरान रिकॉर्ड स्तर 13,248.25 तक उछला जबकि इसका निचला स्तर 13,164.65 रहा। बाजार के जानकार बताते हैं कि देश की आर्थिक विकास को लेकर केंद्रीय बैंक के सकारात्मक नजरिए से शेयर बाजार ने उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया दी है।
आरबीआई ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में अर्थव्यवस्था के वृद्धि की राह पर लौट आने का अनुमान है। कोरोना वायरस महामारी के कारण अर्थव्यवस्था में पहली तिमाही में 23.9% और दूसरी तिमाही में 7.5% की गिरावट आई है। शक्तिकांत दास ने कहा कि दूसरी छमाही में कुछ सकारात्मक वृद्धि की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि पूरे वित्तीय वर्ष 2020- 21 के दौरान अर्थव्यवस्था में 7.5% तक गिरावट रहने का अनुमान है।